Monday 8 January 2018

भारत नेट चरण-। : ध्‍यानपूर्वक बनाई गई योजना तथा धरातल पर कार्यान्‍वयन की ओर ध्‍यान केंद्रित करने से लक्ष्‍य प्राप्‍ति

भारत नेट चरण-। : ध्‍यानपूर्वक बनाई गई योजना तथा धरातल पर कार्यान्‍वयन की ओर ध्‍यान केंद्रित करने से लक्ष्‍य प्राप्‍ति

http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=70054


सरकार ने घोषित अंतिम तिथि 31 दिसम्‍बर, 2017 के अनुसार उच्‍च गति वाले ऑप्‍टिकल फाइबर नेटवर्क के साथ पूरे देश में एक लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को जोड़कर भारत नेट के अंतर्गत परियोजना का पहला चरण पूरा करके एक महत्‍वपूर्ण उपलब्‍धि हासिल कर ली है। चरण -1 के तहत तैयार भारतनेट नेटवर्क के अंतर्गत 2.5 लाख गांव में उच्‍च गति की ब्रॉड बैंड सेवाएं उपलब्‍ध करवाने की व्‍यवस्‍था है, जिससे 200 मिलियन से भी अधिक ग्रामीण भारतीय लाभान्‍वित होंगे।

यहां आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय संचार मंत्री श्री मनोज सिन्‍हा ने कहा कि देश का विजन और मिशन डिजिटल विभाजन को समाप्‍त कर भारत को जोड़ना है ताकि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के लक्ष्‍य को पूरा किया जा सके। 

भारतनेट को सृजन, समन्‍वय और सफलता के मंत्र पर सृजित विश्‍व की सबसे बड़ी ग्रामीण ब्रॉड बैंड परियोजना करार देते हुए श्री सिन्‍हा ने कहा कि यह परियोजना आने वाले दिनों में देश में प्रत्‍यक्ष तथा अप्रत्‍यक्ष दोनों प्रकार से भारी संख्‍या में रोजगार अवसर सृजित करेगी। उन्‍होंने भारतनेट के दूसरे चरण को मार्च, 2019 के लक्ष्‍य से काफी पहले ही पूरा करने की जरूरत पर जोड़ दिया ताकि 2 लाख 50 हजार ग्राम पंचायतों को ब्रॉड बैंड नेटवर्क से जोड़कर ग्रामीण डिजिटल क्रांति लाई जा सके। मंत्री ने अधिकारियों से चरण-2 परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए वित्‍तीय पुरस्‍कार का प्रावधान लागू करने के लिए कहा तथा यह भी कहा कि भारतनेट के अंतर्गत सृजित अवसंरचना एक राष्‍ट्रीय संपत्‍ति होगी जो सेवा प्रदाताओं को बिना किसी भेदभाव के उपलब्‍ध रहेगी। परियोजना का उद्देश्‍य राज्‍यों तथा निजी क्षेत्र की हिस्‍सेदारी से ग्रामीण तथा दूर-दराज के क्षेत्रों में नागरिकों एवं संस्‍थानों को सुलभ ब्रॉड बैंड सेवाएं उपलब्‍ध कराना है।

परियोजना के प्रथम चरण के अंतर्गत 31 मई 2014 तक 4918 जीपीएस में काम शुरू किया गया था तथा 358 किलोमीटर ऑप्‍टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) डाली गई थी तथा केवल 59 जीपीएस सेवा के लिए तैयार किया जा सका था। 30 जून, 2016 तक 84,834 जीपीएस का काम शुरू हुआ था तथा 1,24,817 किलोमीटर ओएफसी डाली गई थी जिससे 53,557 जीपीएस कवर किए गए और 7229 जीपीएस सेवा के लिए तैयार हुआ था। 31 दिसम्‍बर, 2017 को 1,09,926 जीपीएस कवर करने के लिए 1,54,895 किलोमीटर ओएफसी डाल दी गई है, जिसमें से 1,01,370 जीपीएस सेवा के लिए तैयार कर दी गई है।

इस अवसर पर बोलते हुए टेलीकॉम विभाग की सचिव सुश्री अरूणा सुंदराराजन ने कहा कि भारतनेट चरण । को पूरा करने के लिए विभाग का संपूर्ण पारिस्‍थितिकी तंत्र मंत्री श्री मनोज सिन्‍हा के आह्वान पर जुट गया। उन्‍होंने कहा कि इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिला है, क्‍योंकि परियोजना की मुख्‍य विशेषता इसमें लगाए गए टेलीकॉम उपस्‍कर पूर्णत: भारत में डिजाइन, विकसित तथा निर्मित किए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि इस परियोजना ने प्रतिदिन 800 किलोमीटर ऑप्‍टिकल फाइबर डालकर विश्‍व रिकॉर्ड भी बनाया है। उन्‍होंने यह उम्‍मीद जाहिर की कि भारतनेट अवसंरचना ग्रामीण गरीबों को स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा, जीविका, कौशल, ई-कृषि तथा ई-वाणिज्‍य जैसी सेवाओं की डिजिटल सुपुर्दगी को प्रोत्‍साहित करेगी। भारतनेट के लिए टैरिफ भी संशोधित किया गया ताकि अधिक से अधिक टेलीकॉम सेवा प्रदाता (टीएसपी) को आकर्षित किया जा सके जो वाईफाई, एफटीटीएच के माध्‍यम से ग्रामीण क्षेत्रों में उच्‍च गति ब्रॉड बैंड सेवाएं प्रदान करने तथा टीपीएस और सामान्‍य सेवा केंद्रों द्वारा उपयोग में आने वाले मॉडल तैयार करने के लिए अवसंरचना का लाभ उठा सकें।

टेलीकॉम विभाग ने उन प्रमुख कार्यकर्ताओं तथा हितधारकों को पुरस्‍कृत किया जिन्‍होंने लक्ष्‍य प्राप्‍ति में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया था। श्री मनोज सिन्‍हा ने सर्वश्रेष्‍ठ कार्य करने वाले राज्‍यों, सभी जीपीएस पूरा करने वाले राज्‍यों, भारतनेट का सर्वोत्‍तम उपयोग करने वालों, सर्वोत्‍तम कार्यान्‍वयन निष्‍पादक भागीदारों, सर्वश्रेष्‍ठ उपस्‍कर आपूर्ति भागीदारों, सर्वश्रेष्‍ठ ओएफसी आपूर्ति भागीदारों, सर्वश्रेष्‍ठ प्रौद्योगिकी भागीदारों तथा व्‍यक्‍तिश: महत्‍वपूर्ण योगदान करने वाले व्‍यक्‍तियों को पुरस्‍कार प्रदान किए।

पुरस्‍कार प्राप्‍त करने वाली कोटि में उत्‍तर प्रदेश (पूर्व), महाराष्‍ट्र, मध्‍य प्रदेश, छत्‍तीसगढ, राजस्‍थान तथा झारखंड को सर्वश्रेष्‍ठ निर्वाहक राज्‍यों के रूप में आंका गया, जिन्‍होंने भारतनेट चरण-। लागू किया। केरल, कर्नाटक तथा हरियाणा ऐसे राज्‍य थे जिन्‍होंने इस परियोजना के तहत सभी जीपीएस पूरे कर लिए थे। कर्नाटक ने भारतनेट के सर्वश्रेष्‍ठ उपयोगकर्ता का पुरस्‍कार प्राप्‍त किया। भारत संचार निगम लिमिटेड तथा सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड ने सर्वश्रेष्‍ठ कार्यान्‍यन निर्वहन भागीदार का पुरस्‍कार प्राप्‍त किया, जबकि तेजस नेटवर्क्‍स एंड इंडियन टेलीफोन इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड को सर्वश्रेष्‍ठ उपस्‍कर आपूर्तिकर्ता का निर्वहन करने के लिए सम्‍मानित किया गया। फिनोलेक्‍स केबल्‍स, स्‍टर्लाइट टेक्‍नोलोजिज एंड विंध्‍या टेलीलिंक्‍स लि. को सर्वश्रेष्‍ठ भारतीय ऑप्‍टिकल्‍स फाईबर केबल (ओएफसी) आपूर्तिकर्ता के निर्वहन हेतु पुरस्‍कृत किया गया। सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्‍स (सीडीओटी) तथा नेशनल इंफोरमेटिक्‍स सेंटर (एनआईसी) को सर्वश्रेष्‍ठ प्रौद्योगिकी भागीदार पुरस्‍कार प्रदान किए गए।

मंत्री ने व्‍यक्‍तिश: महत्‍वपूर्ण योगदान करने वालों में श्री महमूद अहमद, जेएएफ, यूएसओएफ, श्री रुपेन्‍द्र कुमार, निदेशक (बीबी), यूएसओएफ श्रीमती दीपिका खोसला, मु.म.प्र. बीबीएनएल, श्री दीपक चंदुका, मु.म.प्र., बीबीएनएल, श्री शाहनवाज आलम, मु.म.प्र. बीबीएनएल, श्री अनिल कुमार गुप्‍ता, मु.म.प्र. बीबीएनएल, श्री विनोद कुमार, मु.म.प्र. बीबीएनएल, श्री पी.के. पांडा, म.प्र., बीबीएनएल तथा बी पी मीणा, म.प्र., बीबीएनएल को पुरस्‍कार प्रदान किए।       
   
                      
***
वीके/एएम/जेडी/एसकेपी– 6218

No comments:

Post a Comment

Estimates of Gross Domestic Product (GDP), Net Domestic Product (NDP) and National Income, measured as Net National Income (NNI)

Press Information Bureau  Government of India Ministry of Statistics & Programme Implementation 03-August-2017 Gross Domesti...